सिद्धेश रामदास कदम को बनाया गया शिवसेना का सचिव, लिए गए कई अहम निर्णय
Mumbai: मंगलवार को मुंबई में हुई शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में यह निर्णय लिया गया. पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की यह बैठक मंगलवार की शाम सात से 9.45 बजे तक होटल ताज में हुई.
एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले धड़े को शिवसेना नाम और चुनाव चिह्न मिलने के बाद पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की यह पहली बैठक थी. इसमें पार्टी के विधायकों, सांसदों और अन्य नेताओं ने भाग लिया.बैठक के बाद राज्य के उद्योग मंत्री उदय सामंत ने इस बैठक में लिए गए अहम फैसलों की जानकारी दी.
सामंत ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, ‘‘आज हमने सीएम एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में बैठक की. एकनाथ शिंदे हमारी शिवसेना पार्टी के प्रमुख होंगे. हम उन्हें शिवसेना के नेता के रूप में स्वीकार करते हैं.’’
अनुशासनात्मक समिति बनाने का भी लिया गया निर्णय
उन्होंने बताया कि इस बैठक में पार्टी की अनुशासनात्मक समिति बनाने का निर्णय लिया गया है.
उदय सामंत ने पार्टी के पूर्व प्रमुख उद्धव ठाकरे और उनके 16 समर्थक विधायकों का नाम लिए बिना कहा, ‘‘अनुशासनात्मक समिति बिना किसी समस्या की पार्टी की कार्यवाही जारी रखना और पार्टी लाइन के खिलाफ़ जाकर काम करने वाले नेताओं पर कार्रवाई करना, सुनिश्चित करेगी.’’
अनुशासन समिति के लिए दादा भुसे और शंभुराज देसाई को चुना गया है. पार्टी ने बताया कि इस बैठक में चुनाव आयोग के नियमों का कड़ाई से पालन कराने का संकल्प लिया गया है
शिवसेना कार्यकारिणी की बैठक में लिए गए अन्य अहम फैसले-
- चर्चगेट रेलवे स्टेशन का नामकरण पूर्व केंद्रीय मंत्री चिंतामनराव देशमुख के नाम पर किया जाएगा.
- राज्य की सभी परियोजनाओं में ‘भूमिपुत्रों’ को 80 प्रतिशत रोजगार दिया जाएगा.
- मराठी भाषा को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिलाया जाएगा.
- स्वतंत्रता सेनानी सावरकर को ‘भारत रत्न’ की मांग की गई.
- यूपीएससी और एमपीएससी के मराठी छात्रों को सरकार ने कोचिंग देने का निर्णय लिया है.
मीडिया से की अपील, शिवसेना कहकर बुलाएं
समाचार एजेंसी पीटीआई ने पार्टी की ओर से जारी एक पत्र के हवाले से बताया है कि उसने मीडिया से अपील की है कि उसे ‘शिव सेना’ कहकर बुलाया जाए.
पार्टी नेता संजय भाउराव मोरे की ओर से जारी इस पत्र में उसे ‘शिंदे धड़ा’ कहकर बुलाए जाने की आलोचना की है.
चुनाव आयोग के फैसले पर बुधवार को सुनवाई
इससे पहले केंद्रीय चुनाव आयोग ने शुक्रवार को अपने निर्णय में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले धड़े को असली शिवसेना क़रार देते हुए उसे पार्टी का चुनाव चिह्न ‘तीर-धनुष’ आवंटित कर दिया.
आयोग ने इसके साथ ही राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का पार्टी के नाम और चुनाव चिह्न पर दावा भी ख़ारिज कर दिया था. हालांकि उद्धव ठाकरे खेमे ने आयोग के इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है. अदालत ने मंगलवार को कहा कि उनकी याचिका पर अब बुधवार को सुनवाई होगी.