यूपी के व्यापारियों का कहना है कि यूपी में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की जगह ईज ऑफ डूइंग व्यापारी उत्पीड़न का माहौल है। संजय गर्ग व अभिमन्यु गुप्ता ने सरकार से तत्काल व्यापारियों को राहत देने और व्यापारियों का उत्पीड़न बंद करने की मांग की।
पूर्व विधायक संजय गर्ग ने कहा कि भाजपा के राज में व्यापारी समाज केवल परेशान है। व्यापारी घोर निराशा में है। व्यापारी समाज आक्रोशित है क्योंकि विसंगतिपूर्ण और जटिल जीएसटी से पहले से ही परेशान व्यापारियों पर साल के अंत में सुनियोजित छापेमारी करके उनका मनोबल तोड़ा गया जिससे व्यापार बुरी तरह से प्रभावित हुआ। व्यापारियों की जीएसटी के दरों को कम करने की मांग को लगातार अनदेखी की गई है।
निवर्तमान प्रदेश महासचिव अभिमन्यु गुप्ता ने कहा कि अनाज और खाद्य पदार्थों पर जीएसटी लगाकर व्यापारियों को बड़ी चोट पहुंचाई गई है। व्यापारियों के प्रति लगातार अपराध बढ़ रहे हैं। पुलिस पूछताछ में कानपुर के व्यापारी बलवंत सिंह की हत्या से व्यापारी समाज में आक्रोश है।
संजय गर्ग और अभिमन्यु गुप्ता ने बताया कि भाजपा की पोल खोल व्यापारी चौपालों के माध्यम से व्यापारियों को भाजपा की तानाशाही, उत्पीड़न और प्रताड़ना के खिलाफ एकजुट होकर जवाब देने की बात कही गई। चौपालों में मांग की गई कि व्यापारियों पर छापेमारी पूरी तरह से बंद हो, पेट्रोल डीजल को जीएसटी में लाया जाए, हर पंजीकृत व्यापारी को मेडिक्लेम की सुविधा दी जाए, ऑनलाइन व्यापार पर 20 प्रतिशत अतिरिक्त टैक्स लगाया जाए, व्यापारियों के पुलिस और विभागीय उत्पीड़न को बंद किया जाए। पुलिस पूछताछ में मारे गए व्यापारी बलवंत सिंह के परिवार को 1 करोड़ मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की मांग की गई।
सहारनपुर में संजय गर्ग, कानपुर में अभिमन्यु गुप्ता, वाराणसी में प्रदीप जायसवाल, झांसी में अजय सूद, कन्नौज में अंशुल गुप्ता, लखनऊ में पवन मनोचा एवं यासिर सिद्दीकी, महाराजगंज में विजय जायसवाल, उन्नाव में शुभ गुप्ता, हरदोई में राम ज्ञान गुप्ता आदि ने व्यापारी चौपालों का आयोजन कर भाजपा को सबक सिखाने का संकल्प लिया।